छात्रों को निपुण नहीं बनाने पर शिक्षकों पर होगी कार्रवाई
बरेली: दो साल पहले कोविड महामारी के चलते बच्चों की शिक्षा पूर्णरूप से प्रभावित हुई थी। महामारी से बच्चों की शिक्षा के नुकसान की भरपाई को लेकर अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। शासन की योजना के अनुसार महामारी के चलते निपुण नहीं हो सके कक्षा एक से तीन तक के बच्चों को निपुण बनाने की जिम्मेदारी शिक्षकों को दी गई है। जारी निर्देशों के मुताबिक शिक्षक छात्रों को निपुण नहीं कर पाते हैं तो उन पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
जनपद में कक्षा एक से तीन तक 32256 बच्चे पंजीकृत हैं और कोरोना के चलते परिषदीय स्कूलों में वह शिक्षा से वंचित रह गए थे। निजी स्कूलों में तो ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन कर उन्हें शिक्षा दी गई थी और उनको पढ़ना और लिखना सिखाया गया था। लेकिन परिषदीय स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाओं के संचालन की सुविधा नहीं थी और स्कूल भी कई महीनों तक बंद करा दिए गए थे। जिस कारण कक्षा एक से तीन तक के बच्चों को शिक्षा नहीं मिल पाई थी। अब स्कूल खुलने के बाद कक्षा एक से 3 तक के बच्चों को निपुण करने का आदेश दिया है। महानिदेशक ने नाराजगी व्यक्त करते हुए दिसंबर तक सभी बच्चों को शत प्रतिशत निपुण बनाने के आदेश दिए हैं। बीएसए विनय कुमार का कहना है कि दिसंबर तक कक्षा तीन के छात्र- छात्राओं को निपुण कर दिया जाएगा और इसके लिए शिक्षकों को पत्र भेज कर महानिदेशक के आदेश से अवगत करा दिया गया है।
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